अपने लोग अपनों की पीड़ा नहीं समझ सके और इतने बड़े हत्यारे को इतनी आसानी से जाने दिया। आज हमारे नेता एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं कि हमने नहीं उन्होंने जाने दिया। लेकिन जो सबसे बड़ी बात है कि जिन्होंने एंडरसन को भारत से जाने दिया अब उनसे सवाल करना चाहिए। लेकिन अगर एंडरसन को भारत लाने की बात की जा रही है तो यह समझ से परे है। क्योंकि एंडरसन के खिलाफ जब 25 साल पहले कोई कार्रवाई नहीं की गई तो अब दिखावा करने से क्या फायदा।
हमारी सरकार गैस पीड़ितों को सिर्फ यह बताने की कोशिश कर रही है कि कुछ भी हो जाए हम तुम्हारे साथ हैं। लेकिन अब पीड़ितों को भी समझना होगा कि हमारे नेता हमें सिर्फ मूर्ख बना कर हमें बरगला रहे हैं। न तो ये एंडरसन को अमेरिका से वापस बुला पाएंगे और न ही लोगों को कोई आस लगाई चाहिए क्योंकि अब अमेरिका से एंडरसन को भारत लाना टेढ़ी खीर है। गैस पीड़ितों को अब सरकार से न्याय की मांग करनी चाहिए न कि एंडरसन को भारत वापस बुलाने की।