मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को आज जोर का झटका लगा है, जब उनके दाहिने हाथ कहे जाने वाले राज्य गृहमंत्री अमित शाह को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। मोदी ने अपना पूरा जोर लगाया था लेकिन उनकी चाल किसी भी तरह से कामयाब नहीं हुई और आखिरकार शाह को सलाखों के पीछे जाना ही पड़ा।
हालांकि अमित शाह ने अपना इस्तीफी मोदी को पहले ही सौंप दिया था जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए राज्यपाल को भी भेज दिया था लेकिन क्या इस्तीफा स्वीकार करने भर से अमित शाह पर लगे सारे दाग धुल जाएंगे। नहीं। अब तो उन्हें सीबीआई के सामने अपनी सफाई देनी होगी साथ ही यह भी बताना होगा कि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर के समय क्या हुआ था।
अभी बीजेपी यह आरोप लगा रही है कि शाह को गिरफ्तार करने के पीछे कांग्रेस की चाल है। उसने ही सीबीआई का सहयोग करके अमित शाह पर शिकंजा कस रही है। बीजेपी ने तो यहां तक आरोप लगा दिया है कि सीबीआई केन्द्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है। हालांकि कांग्रेस ने बीजेपी के इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि सीबीआई किसी के कहने से नहीं चलती बल्कि वह सही और गलत का फैसला खुद करती है।
उधर सीबीआई का कहना है कि सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में अमित शाह के खिलाफ पुख्ता सबूत पाए गए हैं। अमित शाह के फोन कॉल्स के डिटेल भी सीबीआई के पास मौजूद हैं। सीबीआई द्वारा दिए गए समन के बाद हालांकि शाह अंडरग्राउंड हो गए थे लेकिन आज पता नहीं क्या सोचकर वे मीडिया के सामने आए। मीडिया से मुखातिब होते हुए शाह ने कहा कि यह सब मुझे फंसाने की साजिश है, मैं बेकसूर हूं। मैंने कोई गलती नहीं की है लेकिन मुझे न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है।
शाह जी न्यायपालिका पर तो सबको भरोसा रहता है लेकिन आपके खिलाफ सीबीआई के पास जो सबूत हैं उसका क्या। अब तो मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी आपसे पल्ला झाड़ लिया है लेकिन बीजेपी अभी भी आपके साथ कदम से कदम मिलाए हुए है अब तो बीजेपी मौन रैली और जनआंदोलन करके केन्द्र और सीबीआई का विरोध भी कर रही है। फिर भी ऐसा करने से न तो बीजेपी को कुछ हासिल होगा और न ही शाह को कोई राहत।
मीडिया के सामने जिस तरह से शाह ने कहा कि सोहराबुद्दीन मुंबई हमले के दोषी अजमल कसाब से भी ज्यादा खतरनाक था। इसके यहां से ढेर सारे हथियार भी बरामद किए गए थे। उन्होंने कहा कि सोहराबुद्दीन का मारा जाना एकदम सही था। खैर सोहराबुद्दीन तो मारा गया लेकिन शाह के लिए कांटे भी बो दिया। अमित शाह अब कितना भी हाथ-पैर पटकें लेकिन सीबीआई इतनी आसानी से उन्हें बरी नहीं करेगी। मामला धीरे-धीरे गंभीर ही होता जा रहा है। सीबीआई कोर्ट ने तो शाह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
हालांकि अमित शाह ने अपना इस्तीफी मोदी को पहले ही सौंप दिया था जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए राज्यपाल को भी भेज दिया था लेकिन क्या इस्तीफा स्वीकार करने भर से अमित शाह पर लगे सारे दाग धुल जाएंगे। नहीं। अब तो उन्हें सीबीआई के सामने अपनी सफाई देनी होगी साथ ही यह भी बताना होगा कि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर के समय क्या हुआ था।
अभी बीजेपी यह आरोप लगा रही है कि शाह को गिरफ्तार करने के पीछे कांग्रेस की चाल है। उसने ही सीबीआई का सहयोग करके अमित शाह पर शिकंजा कस रही है। बीजेपी ने तो यहां तक आरोप लगा दिया है कि सीबीआई केन्द्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है। हालांकि कांग्रेस ने बीजेपी के इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि सीबीआई किसी के कहने से नहीं चलती बल्कि वह सही और गलत का फैसला खुद करती है।
उधर सीबीआई का कहना है कि सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में अमित शाह के खिलाफ पुख्ता सबूत पाए गए हैं। अमित शाह के फोन कॉल्स के डिटेल भी सीबीआई के पास मौजूद हैं। सीबीआई द्वारा दिए गए समन के बाद हालांकि शाह अंडरग्राउंड हो गए थे लेकिन आज पता नहीं क्या सोचकर वे मीडिया के सामने आए। मीडिया से मुखातिब होते हुए शाह ने कहा कि यह सब मुझे फंसाने की साजिश है, मैं बेकसूर हूं। मैंने कोई गलती नहीं की है लेकिन मुझे न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है।
शाह जी न्यायपालिका पर तो सबको भरोसा रहता है लेकिन आपके खिलाफ सीबीआई के पास जो सबूत हैं उसका क्या। अब तो मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी आपसे पल्ला झाड़ लिया है लेकिन बीजेपी अभी भी आपके साथ कदम से कदम मिलाए हुए है अब तो बीजेपी मौन रैली और जनआंदोलन करके केन्द्र और सीबीआई का विरोध भी कर रही है। फिर भी ऐसा करने से न तो बीजेपी को कुछ हासिल होगा और न ही शाह को कोई राहत।
मीडिया के सामने जिस तरह से शाह ने कहा कि सोहराबुद्दीन मुंबई हमले के दोषी अजमल कसाब से भी ज्यादा खतरनाक था। इसके यहां से ढेर सारे हथियार भी बरामद किए गए थे। उन्होंने कहा कि सोहराबुद्दीन का मारा जाना एकदम सही था। खैर सोहराबुद्दीन तो मारा गया लेकिन शाह के लिए कांटे भी बो दिया। अमित शाह अब कितना भी हाथ-पैर पटकें लेकिन सीबीआई इतनी आसानी से उन्हें बरी नहीं करेगी। मामला धीरे-धीरे गंभीर ही होता जा रहा है। सीबीआई कोर्ट ने तो शाह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।